खुदा ना करे कि
कोई पल आये पछताने के लिए
कोई प्यास हो अगर तो
है बुझाने के लिए
ना करना गिला,
ना बनाना नफरत की
ऊँची दीवार मेरे दोस्त
ये जिंदगानी मिली है
जिंदगी में बहार लाने के लिए ।।
कोई पल आये पछताने के लिए
कोई प्यास हो अगर तो
है बुझाने के लिए
ना करना गिला,
ना बनाना नफरत की
ऊँची दीवार मेरे दोस्त
ये जिंदगानी मिली है
जिंदगी में बहार लाने के लिए ।।