अभी तन्हा
तेरी मुहब्बत की खातिर
हर दर्द-
हर जख्म को सहे जाते हैं
जाम गम का हो
या खुशी का पीये जाते हैं
यकीं ना हो तो
आजमा लेना कभी
नहीं हटुँगा
कर गुजरने से
तेरी इक इशारे पे
कुछ भी
अरे हम तो वो हैं
जो हर हाल में
तुम्हारा प्यार
तुम्हे पाना चाहते हैं ।।
तेरी मुहब्बत की खातिर
हर दर्द-
हर जख्म को सहे जाते हैं
जाम गम का हो
या खुशी का पीये जाते हैं
यकीं ना हो तो
आजमा लेना कभी
नहीं हटुँगा
कर गुजरने से
तेरी इक इशारे पे
कुछ भी
अरे हम तो वो हैं
जो हर हाल में
तुम्हारा प्यार
तुम्हे पाना चाहते हैं ।।