हो गया हूँ दूर मगर
तुमसे जुदा रह न पाऊँगा
एहसास इस कदर छाया है कि-
अब ना भूल पाऊँगा
प्यार हकीकत है-
इम्तिहान लेती है दिलों का
दिमाग सोचता है पर
दर्द आँखों से छलक जाता है
बहुत मुश्किल है
रोक पाना खुद को
मिलने के लिए,
इस तन्हाई में
अब तेरी यादों को गले लगाऊँगा
हो गया हूँ दूर मगर
तुमसे जुदा रह न पाऊँगा ।।
तुमसे जुदा रह न पाऊँगा
एहसास इस कदर छाया है कि-
अब ना भूल पाऊँगा
प्यार हकीकत है-
इम्तिहान लेती है दिलों का
दिमाग सोचता है पर
दर्द आँखों से छलक जाता है
बहुत मुश्किल है
रोक पाना खुद को
मिलने के लिए,
इस तन्हाई में
अब तेरी यादों को गले लगाऊँगा
हो गया हूँ दूर मगर
तुमसे जुदा रह न पाऊँगा ।।