लुटा के ये सावन ना
कहीं बिछड़ जाएँ हम
इससे पहले कि
घूँट घूँट के लिए तरस जायें हम
आ-आजा थाम लूँ तेरी दामन
अपनी बाँहों में
निकल जाउँ जहाँ प्यार हो
ना हो जुदाई का गम ।।
कहीं बिछड़ जाएँ हम
इससे पहले कि
घूँट घूँट के लिए तरस जायें हम
आ-आजा थाम लूँ तेरी दामन
अपनी बाँहों में
निकल जाउँ जहाँ प्यार हो
ना हो जुदाई का गम ।।