जुल्फें बिखेर इस कदर चेहरे पे
इक अंदाज में,
होंठो पे मुस्कान लिए
मीठी-मीठी अंगड़ाइयाँ भरती
आँखों में शबनम की छाँव लिए
आकर वो मेरे दिल में दस्तक दी
और बोली-तुम्हारा दिल चाहिए
अपनें दिल में आइने के लिए।।
इक अंदाज में,
होंठो पे मुस्कान लिए
मीठी-मीठी अंगड़ाइयाँ भरती
आँखों में शबनम की छाँव लिए
आकर वो मेरे दिल में दस्तक दी
और बोली-तुम्हारा दिल चाहिए
अपनें दिल में आइने के लिए।।