मिलने का जब मौसम होता है ।
तेरी लवों से जो बातें बिखरे,
जख्म पे वो मलहम होता है।
दर्द बड़ा ही कम होता है ।।
वक्त बड़ा ही कम होता है..
सुना है मुहल्ले की शान वो है,
मेरी मुहब्बत की पहचान वो है ।
फर्क बड़ा है मुझमें उसमे,
इसी बात का गम होता है ।।
वक्त बड़ा ही कम होता है..
यूँ तो उनका है अजीब किस्सा,
मिला है जो मुझको- है मेरा हिस्सा ।
चंद दिनो की है बात घायल,
प्यार मे कभी ऐसा होता है ।।
वक्त बड़ा ही कम होता है,
मिलने का जब मौसम होता है ।।