जब याद तुम्हारी आती है,
मैं सपनों में खो जाता हूँ ।
जब मैं तुझे देखता हूँ,
देखता ही रह जाता हूँ ।
जब मैं कुछ कहना चाहता हूँ,
सोचता ही रह जाता हूँ ।
जब मैं अतीत में जाता हूँ,
सिर्फ तुम्हें ही पाता हूँ ।
ये दिल कितना भावुक है,
मैं समझ नहीं पाता हूँ ।
जब मैं नजरें छुपाता हूँ,
तुम मुझे बुलाती हो ।
जब मैं कुछ कहता चाहता हूँ,
तुम खमोंश हो जाती हो ।
और तुम्हारी ये खामोशी,
मुझे पगला-पगला कहती है।।
मैं सपनों में खो जाता हूँ ।
जब मैं तुझे देखता हूँ,
देखता ही रह जाता हूँ ।
जब मैं कुछ कहना चाहता हूँ,
सोचता ही रह जाता हूँ ।
जब मैं अतीत में जाता हूँ,
सिर्फ तुम्हें ही पाता हूँ ।
ये दिल कितना भावुक है,
मैं समझ नहीं पाता हूँ ।
जब मैं नजरें छुपाता हूँ,
तुम मुझे बुलाती हो ।
जब मैं कुछ कहता चाहता हूँ,
तुम खमोंश हो जाती हो ।
और तुम्हारी ये खामोशी,
मुझे पगला-पगला कहती है।।