क्यूँ ये खामोशी
किस बात की है उलझन
ये उदासी कैसी
जब पास में हों हम
फिर साथ क्यूँ बुलायें
ये बेबसी के गम
मुड़ के तो जरा देख
वो रूठे हुए सनम ।।
किस बात की है उलझन
ये उदासी कैसी
जब पास में हों हम
फिर साथ क्यूँ बुलायें
ये बेबसी के गम
मुड़ के तो जरा देख
वो रूठे हुए सनम ।।