तुम चले आओ मेरी जान
हमें सम्भालों ना
कितनी तन्हाई हैं
ये कितना सूनापन
बीत रहे वर्षो सा
अपना हर इक धड़कन।
दिलों के बीच की ये दूरी
थोड़ी घटा दो ना
तुम चले आओ मेरी जान
हमें संभालों ना।
जब ना तुम होते हो
दर्द बढ़ जाता है
गमें जुदाई का
इतना तड़पाता है
मेरी अरमां है जो मिलने की
उसे भूला दो ना
तुम चले आओ मेरी जान
हमें सम्भलों ना।
जब ना तुम आओगे
मैं तो मर जाउँगा
इससे पहले कि मेरा
दम टूट जाएगा
मेरी साँसों को
अपनी साँसों से जरा मिला दो ना
तुम चले आओ मेरी जान
हमें सम्भलों ना।।
हमें सम्भालों ना
कितनी तन्हाई हैं
ये कितना सूनापन
बीत रहे वर्षो सा
अपना हर इक धड़कन।
दिलों के बीच की ये दूरी
थोड़ी घटा दो ना
तुम चले आओ मेरी जान
हमें संभालों ना।
जब ना तुम होते हो
दर्द बढ़ जाता है
गमें जुदाई का
इतना तड़पाता है
मेरी अरमां है जो मिलने की
उसे भूला दो ना
तुम चले आओ मेरी जान
हमें सम्भलों ना।
जब ना तुम आओगे
मैं तो मर जाउँगा
इससे पहले कि मेरा
दम टूट जाएगा
मेरी साँसों को
अपनी साँसों से जरा मिला दो ना
तुम चले आओ मेरी जान
हमें सम्भलों ना।।