हर हाल में जी लुँगा
तेरी यादों का सहारा लेकर
प्यार की दरिया का एक किनारा लेकर
पार कर लुँगा
कश्ती का सहारा लेकर
हर हाल में जी लुँगा .....
जानता हूँ है ये मुश्किल
भुला देना जिगर से तुझको
लेकिन मैं भुला दुँगा
वादों का सहारा लेकर
हर हाल में जी लुँगा .....
मेरे हमराज मेरे साथी
मुझको ना भुला देना
मैं खुद भुला दुँगा
दर्द का सहारा लेकर
हर हाल में जी लुँगा .....
तेरी यादों का सहारा लेकर
प्यार की दरिया का एक किनारा लेकर
पार कर लुँगा
कश्ती का सहारा लेकर
हर हाल में जी लुँगा .....
जानता हूँ है ये मुश्किल
भुला देना जिगर से तुझको
लेकिन मैं भुला दुँगा
वादों का सहारा लेकर
हर हाल में जी लुँगा .....
मेरे हमराज मेरे साथी
मुझको ना भुला देना
मैं खुद भुला दुँगा
दर्द का सहारा लेकर
हर हाल में जी लुँगा .....