तन्हा में सूरत आपकी
दीदार कर रहा हूँ
चाहकर भी ना आपसे
मुलाकात कर रहा हूँ
दूर रहकर भी इतना
कितना याद कर रहा हूँ
बसा के धड़कनों में
ख्वाबों से प्यार कर रहा हूँ
चन्द लम्हें की मुलाकात को
फिर से याद कर रहा हूँ
अपनी थी कुछ तमन्ना
जिन्हे विस्तार कर रहा हूँ
भूलें ना कभी आपको
खुदा से फरियाद कर रहा हूँ
अकेले में तहे दिल से
आपको याद कर रहा हूँ ।।
दीदार कर रहा हूँ
चाहकर भी ना आपसे
मुलाकात कर रहा हूँ
दूर रहकर भी इतना
कितना याद कर रहा हूँ
बसा के धड़कनों में
ख्वाबों से प्यार कर रहा हूँ
चन्द लम्हें की मुलाकात को
फिर से याद कर रहा हूँ
अपनी थी कुछ तमन्ना
जिन्हे विस्तार कर रहा हूँ
भूलें ना कभी आपको
खुदा से फरियाद कर रहा हूँ
अकेले में तहे दिल से
आपको याद कर रहा हूँ ।।