छुपा है जब से
मेरी जिंदगी में एक सितारा
दिखा के सपनों में
महकती खुशियों का नजारा
कहाँ ढूँढू उस किरण को
इस आकाश की समन्दर में
भटक गया हूँ ये किस जहाँ में
जहाँ मिलता नहीं कोई किनारा ।।
मेरी जिंदगी में एक सितारा
दिखा के सपनों में
महकती खुशियों का नजारा
कहाँ ढूँढू उस किरण को
इस आकाश की समन्दर में
भटक गया हूँ ये किस जहाँ में
जहाँ मिलता नहीं कोई किनारा ।।