मेरा तो बचपन बीत गया
खुशियों का मंजर सींच गया
कुछ खट्टी मिठी यादों के संग
वो कड़वी दिन भी बीत गया।
मेरा तो बचपन.....
कई रसीली यादें थी
कई चटपटी सी फरियादें थी
वो नन्ही सी मुस्कान थी जिसपर
पलकें थम थम जाती थी।
मेरा तो बचपन.....
कितने ही मौसम आये थे
सरदी गरमी भी लाए थे
लेकिन बसंत से गिला ही क्या
जो सपनों में भी तड़पाया था।
मेरा तो बचपन बीत गया
खुशियों का मंजर सींच गया ।।
खुशियों का मंजर सींच गया
कुछ खट्टी मिठी यादों के संग
वो कड़वी दिन भी बीत गया।
मेरा तो बचपन.....
कई रसीली यादें थी
कई चटपटी सी फरियादें थी
वो नन्ही सी मुस्कान थी जिसपर
पलकें थम थम जाती थी।
मेरा तो बचपन.....
कितने ही मौसम आये थे
सरदी गरमी भी लाए थे
लेकिन बसंत से गिला ही क्या
जो सपनों में भी तड़पाया था।
मेरा तो बचपन बीत गया
खुशियों का मंजर सींच गया ।।